चौसा में थर्मल पावर प्लांट के मुख्य गेट पर नहीं होगा धरना, किसानों से प्रशासन ने की वार्ता

बक्सर पब्लिक न्यूज़:- चौसा में निर्माणधीन 1320 मेगावाट बक्सर विद्युत संयंत्र परियोजना में भू-अधिग्रहण में उचित मुआवजा समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर 293 दिन से धरना दे रहे । प्रभावित किसानों द्वारा 294 वें दिन सोमवार से आंदोलन तेज करने की घोषणा के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड़ में आ गया। जहा विगत जनवरी माह में हुई घटना की पुनरावृति न हो। इसके लिए सुबह जिले के दर्जनों थाने की पुलिस गश्त करती रही। देर दोपहर प्रशासनिक अधिकारियों का दल पुराने धरनास्थल पहुंचे । और वार्ता की तब किसान मुख्य गेट पर धरना न देने की सहमति जताई।
विगत नौ माह से उचित मुआवजा समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर मुरा बाबा स्थल पर धरना दे रहे प्रभावित किसानों द्वारा सात अगस्त सोमवार से प्लांट के मुख्य गेट के पास धरना देने की घोषणा की गई थी। जिसको लेकर प्रशासन कान खड़े हो गए थे। वह पहले से ही अंदर-अंदर पूरी तैयारी कर रही थी। सोमवार को भारी पुलिस बल को क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों, प्लांट के मुख्य गेट व निर्माणधीन प्लांट स्थल पर तैनाती की गई थी। वही, जिले के 12 थानों को पुलिस पदाधिकारियों पुलिस बल के साथ गश्त पर लगाया गया था। ताकि पिछले 10 जनवरी की तरह कोई उपद्रव न हो। हालांकि, किसानों की कोई खास चहलकदमी न देख, प्रशासनिक अधिकारियों में अपर समाहर्ता प्रमोद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरख राम समेत कई अधिकारियों के साथ धरनास्थल पर पहुंचे।
और किसानों से जरूरी वार्ता की। इसके साथ ही किसानों ने प्लांट के मुख्य गेट पर धरना न देने की सहमति जताई। वही, उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देने के बाद प्रशासन आश्वस्त हो वापस लौटा।
अपर समाहर्ता प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रभावित किसान व उनके सहयोगियों के साथ लगातार सकारात्मक बाते हो रही है। विगत दिनों किसानों के साथ बैठक हुई थी सकारात्मक बाते भी हुई। जिसमे एक शिष्टमण्डल बनाना था। जिसमे प्रशासन, एसजेवीएन कम्पनी व किसान प्रतिनिधि होंगे। कुछ लोग छूट गए है। जो आज धरना पर बैठे है। इसको संसोधित कर फिर से नया शिष्टमण्डल बनेगा। जो कुछ कुछ अंतराल में बैठक कर बाते करेंगे। आज धरने में किसानों से वार्ता हुई जिसमें जिला पदाधिकारी के साथ एक सप्ताह के अंदर बैठक करने पर वार्ता की सहमति बनी है।